भद्रासन योग विधि, लाभ और सावधानी

भद्रासन क्या है – Bhadrasana in Hindi

 भद्रासन संस्कृत शब्द भद्र से निकला है जिसका मतलब होता है सज्जनता या शालीनता। यह आसन बहुत सारे रोगों को नष्ट करने में सहायक है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते है कि भद्रासन करने से शरीर सुदृढ़, स्थिर और मजबूत बनता है।Bhadrasan Steps, Benefits in Hindi

भद्रासन योग विधि – Bhadrasan steps in Hindi

अब बात आती है कि भद्रासन कैसे करें ताकि इसके ज़्यदा से ज़्यदा फायदा मिले। यहां इसके करने के बहुत आसान तरीका बताया गया है जिसको सीख कर आप अपने से इस योगाभ्यास को घर पर कर सकते हैं।
  • दोनों पांवों को एक साथ सामने फैलाकर जमीन पर बैठें।
  • अंगुलियों को आगे की दिशा में होना चाहिए।
  • पांवों को धीरे-धीरे घुटनों से मोड़ें और दोनों एडि़यों को एक दूसरे से जोड़ें।
  • अपने हाथ बगल में रख लें और हथेलियों को जमीन पर टिका दें।
  • टखनों को हाथों से पकड़ लें।
  • धीरे-धीरे पांवों को मूलाधार की ओर लाएं, जब तक वे मूलाधार के नीचे न पहुंच जाएं।
  • घुटनों का जमीन से स्पर्श होना चाहिए।
  • टखनों को हाथों से पकड़ आप अपने घुटनों को ऊपर नीचे करें। ऊपर नीचे करने से एक चक्र हुआ
  • इस तरह आप पहले पहले 20 चक्र करें
  • फिर धीरे धीरे इसको बढ़ाएं।
  • आपके सिर, गर्दन एवं पीठ सीधी होनी चाहिए।
  • इस क्रिया में आपकी सांस साधारण होनी चाहिए।
  • इस आसन को करने के बाद सवासन करें।

भद्रासन के लाभ – Bhadrasan Benefits in Hindi

वैसे तो भद्रासन के बहुत सारे लाभ है।  यहां पर इसके कुछ महत्वपूर्ण फायदे के बारे में जिक्र किया जा रहा है।
  1. भद्रासन से प्रसव में आसानी: इस आसन के नियमित अभ्यास से प्रसव में बहुत आसानी हो जाती है। कहा जाता है कि जो गर्ववती महिला इसको प्राय हर दिन करती है उनको सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ती।
  2. भद्रासन द्वारा कमर दर्द में कमी : इसके अभ्यास से आप कमर दर्द से निजात पा सकते हैं।
  3. भद्रासन अंडाशय के स्वास्थ में: यह अंडाशय को स्वस्थ रखता है और इसको PCOS के परेशानियों से बचाता है।
  4. भद्रासन रीढ़ की हड्डी के लिए: रीढ़ की हड्डी के लिए लाभदायक आसन है।
  5. शरीर सुंदर  में :  भद्रासन शरीर को सुंदर बनाने में मदद करता है।
  6. भद्रासन दिमाग को तेज बनाने में: यह आपके एकाग्रता को बढ़ाते हुए दिमाग को तेज करने में मदद करता है।  याददाश्त को बरक़रार रखने में मदद करता है।
  7. शरीर को शांत करने में: यह मन के चंचलता को कम करता है और शरीर को शांत करने में सहायक है।
  8. भद्रासन द्वारा प्रजनन शक्ति: इस आसन के अभ्यास से प्रजनन शक्ति बढ़ती है।
  9. पैरों को मजबूत बनाने में: यह आपके पैरों को मजबूत बनाते हुए इसके बहुत सारी परेशानियों को दूर करता है।
  10. भद्रासन पाइल्स के इलाज में; इसके नियमित अभ्यास से आप पाइल्स की समस्याएं से बच सकते हैं।
  11. स्नायु तंत्र की मजबूत में: यह स्नायु तंत्र एवं तांत्रिक तंत्र को मजबूत बनाता है।
  12. भद्रासन आँखों के स्वास्थ में : भद्रासन एक ध्यानात्मक आसन है जो एकाग्रता को बढ़ाने में मदद करती है | वहीं एकाग्रता आपके आँखों के लिए जरूरी है, इस तरह से आप अपनी नेत्र शक्ति का विकास कर सकते हैं।
  13. मन की एकाग्रता के लिए: मन की स्थिरता के लिए यह आसन अधिक लाभकारी है जिससे आपको शारीरिक एवं मानसिक बल मिलता है।
  14. फेफड़े के स्वस्थ में: यह फेफड़ों के लिए भी लाभकारी आसन है।
  15. पेल्विक को मजबूत बनाने में सहायक  : इसके नियमित अभ्यास से पेल्विक की नसें  एवं मांसपेशियों को मजबूती मिलती है और इससे सम्बंधित परेशानियों से आपको बचाता है।
  16. इसके इलावे यह सिर दर्द, अनिद्रा, दमा, बवासीर, उल्टी, हिचकी, अतिसार आदि रोगों में  लाभकारी है।

भद्रासन की सावधानियां – Bhadrasana precautions in Hindi

  • गर्ववती महिला को यह आसन किसी विशेषज्ञ के निगरानी में करनी चाहिए।
  • घुटने दर्द होने पर इस आसन को न करें।
  • कमर  दर्द होए पर इस आसन का अभ्यास न करें।
  • पेट की बीमारी में भी इसको करने से बचना चाहिए।

 

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