आयुर्वेदिक चिकित्सा क्या है? What is Ayurvedic Medicines in Hindi
यह एक प्राचीन भारतीय चिकित्सा प्रणाली जिसे आयुर्वेद भी कहा जाता है। अगर हम प्राचीन दर्शनों को देखें तो यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए “प्राकृतिक” और समग्र दृष्टिकोण को दर्शाता है। आयुर्वेदिक चिकित्सा दुनिया की सबसे पुरानी चिकित्सा प्रणालियों में से एक है और भारत की पारंपरिक स्वास्थ्य देखभाल अहम रोल अदा करता है। आयुर्वेदिक उपचार उत्पादों मुख्य रूप से पौधों से प्राप्त होता है, लेकिन इसमें पशु, धातु और खनिज का भी इस्तेमाल किया जाता है। आहार और व्यायाम भी इसका अहम हिस्सा है।
आयुर्वेदिक दवा के बारे में आधुनिक विज्ञान क्या कहता है – What Modern Science says about Ayurvedic medicines in Hindi
- आज हम यहाँ पर आयुर्वेदिक दवा के महत्त्व के बारे में रौशनी डालेंगें। वैसे तो आयुर्वेदिक उपचार हजारों साल से प्रचलित है और दुनिया भर में लोग इससे लाभान्वित भी हो रहे हैं। फिर भी मॉडर्न साइंस के हिसाब से आयुर्वेदिक दवा और उपचार के बारें में यहाँ पर कुछ अहम जानकारी प्रदान की जा रही है।
- क्या आयुर्वेदिक दवा सुरक्षित है? वैसे तो आयुर्वेदिक दवाएं दुनिया भर में धूम मचाया हुआ है लेकिन कुछ दवाओं में सीसा, पारा, या आर्सेनिक हो सकता है जो सेहत के लिए सही नहीं है।
- आयुर्वेदिक दवा की प्रभावीशीलता: कुछ रीसर्च से पता चलता है कि आयुर्वेद ऑस्टियोआर्थराइटिस वाले लोगों में दर्द को कम करने में सहायक है. यह भी पाया गया है कि यह टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों में लक्षणों को प्रबंधित करने में मदद करता है। और दूसरे बीमारियों के रोकथाम में भी लाभकारी है। लेकिन इन सब अध्यनों में से अधिकतर परीक्षण छोटे हैं अन्य स्वास्थ्य मुद्दों के लिए आयुर्वेद के महत्व पर बहुत कम वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध हैं।
- आयुर्वेदिक चिकित्सा का फैलाव संसार में : आयुर्वेदिक चिकित्सा के बारे में बहुत कुछ लिखा गया है लेकिन अगर डेवलप्ड कन्ट्रीज के बात करें तो वहां इसका फैलाव बहुत कम है। और साथ ही साथ यह भी देखा गया है की इन देशों में इस चिकित्सा के बारे मैं जयादातर नहीं लिखा गया है। अगर हम अमेरिका की बात करें तो इसका इस्तेमाल करने वालों की तादाद बहुत कम है।
- एक क्लिनिकल परीक्षण में यह पाया गया की ऑस्टियोआर्थराइटिस वाले 440 लोगों में प्राकृतिक उत्पाद ग्लूकोसामाइन सल्फेट और ड्रग सेलेकॉक्सिब के खिलाफ पौधों के अर्क के दो आयुर्वेदिक की तुलना की जिसमें सभी चार उत्पादों दर्द में सामान कमी और कार्य में सुधार प्रदान किया।
- 43 लोगों के साथ एक पायलट अध्ययन में पाया गया कि रूमेटोइड गठिया के लिए पारंपरिक और आयुर्वेदिक उपचार समान रूप से प्रभावी है। परीक्षण की गई पारंपरिक दवा मेथोट्रेक्सेट थी और आयुर्वेदिक उपचार में 40 हर्बल यौगिक शामिल थे।
- हल्दी आयुर्वेदिक दवाओं में अक्सर इस्तेमाल किया जाता है लेकिन इसका अध्ययन खासकर के रिसर्च के हिसाब से अधिक लोगों में नहीं किया गया है।
- कुछ आयुर्वेदिक दवा में धातु और खनिज का इस्तेमाल किया जाता है। अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने चेतावनी दी है कि कुछ आयुर्वेदिक उत्पादों में धातुओं की उपस्थिति उन्हें संभावित रूप से हानिकारक बनाती है।
- आयुर्वेदिक दवाओं का उपयोग करने वाले लोगों के एक प्रकाशित सर्वेक्षण से पता चला है कि 40 प्रतिशत ने रक्त के स्तर को बढ़ाया और कुछ ने पारा का रक्त में स्तर को बढ़ाया था। परीक्षण किए गए चार में से लगभग एक में सीसा का उच्च स्तर था और उनमें से लगभग आधे में पारा का उच्च स्तर था।
- यदि आपकी किसी बीमारी से ग्रसित हों तो आयुर्वेदिक उत्पादों का उपयोग करने से पहले आप डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
- संयुक्त राज्य अमेरिका में आयुर्वेदिक अभ्यास या शिक्षा का कोई महत्वपूर्ण नियम नहीं है।
- यदि आप गर्भवती हैं या स्तनपान कराती हैं, तो अपने डॉक्टर से परामर्श करना सुनिश्चित करें क्योंकि कुछ आयुर्वेदिक उत्पादों में ऐसे उत्पाद हो सकते हैं जो हानिकारक हो सकते हैं।