विपरीत शलभासन करने का तरीका, फायदे और सावधानियां

विपरीत शलभासन एक सर्वोत्तम बैक बेन्डिंग आसन है। इसे सुपरमैन पोज़ भी कहा जाता है।  जहाँ तक इसके फायदे की बात करें तो यह शरीर को बहुत सारी बीमारियों से बचाता है।  चूकि इस आसन में सिर नीचे और पैर ऊपर होता है जिसके कारण सिर में ताजा रक्त का प्रभाव होने लगता है  और अवसाद एवं अनिद्रा की समस्या से छुटकारा दिलाता है। इसके साथ ही साथ यह माइग्रेन और सिरदर्द से भी राहत दिलाता है।

विपरीत शलभासन करने का तरीका, फायदे और सावधानियां
विपरीत शलभासन

 

विपरीत शलभासन करने का तरीका

अपने पेट के बल लेट जाएं और अपनी बाहों को अपने पेट के नीचे या बगल में रखें।

अपनी चिन को फर्श पर रखें।

एक गहरी साँस लें और अपनी पैरों व जांघों को जमीन से ऊपर उठाएँ।

पैरों व जांघों को इतना उठाएं की यह सी आकर का बन जाए।

सजगता पूर्वक साँस लेते रहें, अपना ध्यान शरीर में हो रहे खिंचाव की ओर रखें।

जब आप साँस छोड़ेंते हुए अपनी पैरों को धीरे से नीचे लाएँ।

 

सावधानियां

यदि आप अपनी गर्दन में तनाव महसूस करते हैं, तो अपनी ठुड्डी के बजाय अपने होठों को फर्श पर रखें।

यदि आपको पीठ की समस्या है या रीढ़ की हड्डी की तो इस आसान को करने से बचें।

और यदि आप मासिक धर्म से गुजर रहे हैं या गर्भवती हैं तो इस आसन को न करें।

 

संशोधन

यदि आप इस आसान को पहेली बार कर रहे हैं तो दीवार के सहारे का उपयोग कर सकते हैं।

यह एक एडवांस्ड आसान है इसलिए इसको किसी योग एक्सपर्ट के निगरानी में करें।

 

विपरीत शलभासन के लाभ

यह पीठ और रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है।

यह आसन छाती को मजबूत बनाने में मदद करता है।

यह हृदय चक्र और गले के चक्र को उत्तेजित करता है।

यह पाचन अंगों के लिए बहुत लाभदायक है और पाचन संबंधी समस्याओं से बचाता है।

 

 

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