वजन घटाने और पेट को कम करने के लिए बहुत सारे उपाय को शामिल किया जा सकता है लेकिन आज हम यहां आसान एवं वैज्ञानिक प्रमाणों के तहत वेट को कैसे कम किया जाए उसके बारे में जिक्र करेंगे। वैसे आप एक्सरसाइज करके, कैलोरी पर ध्यान रख, फास्टिंग और आहार में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम करके अपने वजन को बहुत हद तक कण्ट्रोल या कम कर सकते हैं।
लेकिन यहां पर हम वैज्ञानिक तरीकों की बात करेगें।
बीच बीच में उपवास करें-Intermittent Fasting in Hindi
बीच बीच में उपवास करने का मतलब है कि दिन के दौरान कम समय के भीतर भोजन करना शामिल है। बहुत सारे अध्यनों में यह पता चला है जो आदमी 24 सप्ताह तक इस तरह का उपवास करे, अधिक वजन घटाने में मदद मिलती है।
अगर आप सही माने में हर दूसरे दिन उपवास रखें तो बहुत हद तक वेट को कम किया जा सकता है। उपवास का मतलब यह नहीं है कि आप भूखे रहे।
यहां पर आप अपने शरीर की ऊर्जा की जरूरत का सिर्फ 25-30 प्रतिशत खाना शामिल करते हैं।
आहार और व्यायाम पर पैनी नज़र रखें -Diet and Exercise in Hindi
अगर कोई अपना वजन कम करना चाहता है, तो उसे हर दिन खाने-पीने की हर चीज के बारे में पता होना चाहिए। आज कल के जमाने में आप अपने आहार और एक्सरसाइज पर ध्यान रखने के लिए अनेक ऐप की सहायता ले सकते हैं।
खाना मन लगाकर खाएं-Eat with mindfulness in Hindi
इसका मतलब यह हुआ कि जब आप भोजन लेते हैं तो तन मन के साथ खाएं। भोजन को चबाकर और धीरे धीरे खाएं। ऐसे भोजन का चुनाव करें जो पौष्टिक पोषक तत्वों से भरे हों। अधिकतर लोग व्यस्त जीवन के कारण अक्सर भागते समय, कार में, या टीवी देखते हुए जल्दी जल्दी खाना खाते हैं जिससे आप भोजन को अच्छी तरह ग्रहण नहीं कर पाते हैं और मोटापे का कारण बन जाता है।
नाश्ते में प्रोटीन लें-Breakfast protein in Hindi
प्रोटीन भूख हार्मोन को नियंत्रित करता है जिससे आपका पेट भरा भरा महसूस होता है। उच्च प्रोटीन नाश्ता में आप अंडे, जई, अखरोट और बीज बटर, क्विनोआ दलिया, सार्डिन और चिया बीज का हलवा शामिल कर सकते हैं।
कार्बोहाइड्रेट को कम करें-Cut carbohydrate in Hindi
आज कल यह देखा जा रहा है कि लोग खाने में शर्करा की मात्रा अधिक लेते जा रहे हैं जिसका संबंध मोटापा से हैं। इसलिए यह जरूरी है कि आप चीनी और कार्बोहायड्रेट के मात्रा लिमिट में लें। जहाँ तक हो सके सफेद चावल, ब्रेड और पास्ता कम लें क्योंकि इसमें फाइबर और अन्य पोषक तत्व नहीं होते हैं। कोशिश करें अपने खाने में साबुत अनाज चावल, फल, मेवा, बीज और दूध लें।
फाइबर वाला खाना-Diet full of fiber in Hindi
आपको चाहिए कि खाने में फाइबर वाली चीजों को लें जो पचने में आसानी हो और बहुत देर तक आपके पेट में भरा भरा भी लगे। फाइबर के लिए आपको साबुत अनाज नाश्ता, साबुत गेहूं पास्ता, साबुत अनाज की रोटी, जई, जौ और राई, फल और सब्जियाँ, मटर, सेम, और दालें, दाने और बीज लेनी चाहिए।
आंत में बैक्टीरिया का संतुलन-Intestinal bacteria in Hindi
रिसर्च में यह पाया गया है की आंत में बैक्टीरिया में बैक्टीरिया की बहुत अधिक बहुलता होती है। आदमी के आंत लगभग 37 ट्रिलियन बैक्टीरिया पाया जाता है जो आपके भोजन को पचाने में अहम रोल निभाता है। कुछ खाद्य पदार्थ आंत में अच्छे बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाता हैं जैसे फल, सब्जियां, पौधों पर आधारित खाद्य पदार्थों, सौकरकूट, किमची, केफिर, दही, टेम्पेह और मिसो। प्रीबायोटिक खाद्य पदार्थ भी मोटापे को कम करने में मदद करता है। प्रीबायोटिक फाइबर कई फलों और सब्जियों में होता है जैसे कासनी की जड़, आटिचोक, प्याज , लहसुन, शतावरी, लीक, केला और एवोकैडो।
अच्छी नींद लेना-Role of Sound Sleep in Hindi
कई अध्ययनों से पता चला है कि अगर आप 7 -8 घंटे का नींद लेते हैं तो मोटापा में बहुत हद तक काबू पा सकते हैं। शोधों में यह पाया गया है की कम नींद आपके मेटाबोलिज्म को प्रभावित करता है जो अतरिक्त वसा संग्रहण के लिए जिम्मेदार है। इसके साथ साथ खराब नींद इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ा सकती है जो वसा भंडारण को भी प्रेरित करता है।
अच्छी नींद से आपके भूख को नियंत्रित करने वाले हार्मोन लेप्टिन और ग्रेलिन का भी तालमेल रहता है।
तनाव को कम करना-Management of Stress in Hindi
तनाव एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल जैसे हार्मोन को उत्पन्न करता है। जब लोग लगातार तनाव में होते हैं, तो कोर्टिसोल भूख बढ़ाने और अधिक खाने के लिए प्रेरित करते हैं। तनाव का प्रबंधन आप योग , ध्यान, ताई ची , श्वास और विश्राम तकनीक से अच्छी तरह कर सकते हैं।